प्रोफेसर (डॉ.) एस.के. सैनी का कॉलम: रुपयो उधार देण स्यूं पहला ध्यान रखण योग्य बातें

प्रोफेसर (डॉ.) एस.के. सैनी का कॉलम: रुपयो उधार देण स्यूं पहला ध्यान रखण योग्य बातें

प्रोफेसर (डॉ.) एस.के. सैनी, राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य, विधि क्षेत्र में प्रतिष्ठित विद्वान एवं ‘वन भारत न्यूज’ में स्तंभकार।

आजकल के जमाने मं रिश्तेदारां अर दोस्तां का बीच रुपयो उधार देण आम बात हो गई है। पण जद रुपयो उधार दे दियो अर पाछो नीं मिल्यो तो बड़ो झंझट हो सको है। ऐ कारण, उधार देण स्यूं पहले काई मुख्य बातें को ध्यान रखण बहोत जरूरी है।

उधार देण स्यूं पहला के के बात ध्यान रखणी चाहिए?

  1. लिखित एग्रीमेंट (सहमति पत्र):
    जद आप काई ने रुपयो उधार देवां हो, तो एक लिखित एग्रीमेंट जरूर बनाओ। ई कानूनी तौर पर थांरी बात साबित करसी के थां रुपयो कदी उधार दियो अर कदी पाछो मिलणो चाहिए। बिना एग्रीमेंट के थांरो दावा कमजोर हो सकसी।
  2. नेफ्ट या चेक स्यूं भुगतान:
    कोसिस करो के रुपयो नेफ्ट (NEFT) या चेक स्यूं ही दो, जद थांरी बैंक स्टेटमेंट या रसीद रहे जो सबूत मं काम आवे। नगद मं रुपयो देण पर थांरो लिखित सबूत नीं होसी, अर बाद मं परेशानी हो सके है।
  3. वकील या कानूनी नोटिस:
    अगर उधार लियो आदमी रुपया पाछो देण स्यूं मना करसी, तो थां कानूनी सलाह ले सको हो। वकील स्यूं कानूनी नोटिस भेजणो जा सको है। ई नोटिस स्यूं उणने समझ आवसी के थां कानूनी कारवाही करण का तइयार हो।

उधारी पर कानूनी कारवाही

जद रिश्तेदार या दोस्त रुपया पाछो नीं देवां, तो थां कोर्ट मं केस दायर कर सको हो। ऐ खातिर कुछ जरूरी कागजात चाही होयां:

  • एग्रीमेंट या करार
  • चेक की कॉपी
  • बैंक स्टेटमेंट

अगर थांरा पास ई सबूत होयां, तो थां कोर्ट मं पेश होके थांरो रुपयो वापस लेण की प्रक्रिया चालू कर सको हो। कोर्ट थांरा सबूत देखके अर गवाही स्यूं फैसला करसी, अर अगर थां पास पर्याप्त सबूत होयां, तो कोर्ट उधार लियो आदमी ने ब्याज सहित रुपया पाछो देण को हुक्म करसी।

चेक बाउंस होण पर के करणा चाहिए?

अगर थां उधार लियो आदमी स्यूं चेक लियो अर ऊ चेक बाउंस हो जाय, तो थां चेक डिसऑनर को केस दायर कर सको हो। ई मं भी कानूनी नोटिस भेज सको हो अर कोर्ट मं केस दायर कर सको हो। कोर्ट मं केस चालू करके, थां थांरो रुपयो वापस लेण को जतन कर सको हो।

आज के जमाने मं सावधानी जरूरी है

आजकल के जमाने मं, लोगां मं स्वार्थी प्रवृत्ति बढ़ती जा री है। रुपयां को कारण रिश्तेदार अर दोस्तां मं भी झगड़ा हो जावै। ई कारण, हमेशा सतर्क रहण जरूरी है। अगर थां काई ने उधार देणा या लेण होय, तो कानूनी प्रक्रिया का पालन कर थां खुदने सुरक्षित राख सको हो।

सवाल पूछण खातिर निशुल्क सलाह

अगर थां ने ऐ प्रक्रिया स्यूं संबंधित काई सवाल होय या कानूनी मदद की जरूरत महसूस हो, तो थां हमारो चैनल स्यूं निशुल्क सलाह ले सको हो। हम थां ने सही दिशा दिखायां अर थारी समस्या सॉल्व करण मं मदद करसी।


कानूनी चेतावनी:
ई ब्लॉग मं दी गई जानकारी सामान्य समझ अर कानूनी प्रक्रियाओं पर आधारित है। ई काई भी प्रकार की कानूनी सलाह नीं है। काई भी वित्तीय या कानूनी निर्णय लेण स्यूं पहले, काई योग्य अर पेशेवर कानूनी सलाहकार स्यूं परामर्श जरूर करो, ताकि थांरी स्थिति समझी जा सके अर थां ने सही सलाह मिल सके।

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